अरुणाचल प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही भारी बारिश


 अरुणाचल प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही भारी बारिश

ईटानगर, 23 जून 2024: अरुणाचल प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही भारी बारिश ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। राज्य के विभिन्न हिस्सों में बाढ़ और भूस्खलन की घटनाओं ने लोगों की मुसीबतें बढ़ा दी हैं। स्थिति इतनी गंभीर हो चुकी है कि कई इलाकों में सड़कें बंद हो गई हैं और यातायात पूरी तरह से ठप हो गया है।

प्रमुख प्रभावित क्षेत्र: पापुम पारे, लोअर सुबनसिरी, पश्चिम सियांग और तवांग जिले सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों में शामिल हैं। इन जिलों में भारी बारिश के कारण नदियों का जलस्तर बढ़ गया है, जिससे बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है। तवांग जिले में भूस्खलन की कई घटनाओं ने स्थिति को और भी गंभीर बना दिया है।



प्रशासन की तैयारियाँ और राहत कार्य: राज्य प्रशासन और आपदा प्रबंधन विभाग लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्य तेजी से चलाए जा रहे हैं। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) की टीमें भी मौके पर तैनात की गई हैं। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे सुरक्षित स्थानों पर चले जाएं और अनावश्यक यात्रा से बचें।

सड़कें और यातायात: भारी बारिश और भूस्खलन के कारण कई प्रमुख सड़कें अवरुद्ध हो गई हैं। ईटानगर से तवांग जाने वाले मुख्य मार्ग पर भूस्खलन की वजह से यातायात पूरी तरह से बंद हो गया है। प्रशासन की टीमें सड़कों को साफ करने और यातायात बहाल करने के लिए लगातार काम कर रही हैं, लेकिन मौसम की स्थिति के कारण कार्य में रुकावटें आ रही हैं।

पानी और बिजली की आपूर्ति पर असर: बाढ़ और भारी बारिश के कारण कई क्षेत्रों में बिजली और पानी की आपूर्ति बाधित हो गई है। नदियों का जलस्तर बढ़ने से पानी की पाइपलाइनों को नुकसान पहुंचा है, जिससे पीने के पानी की कमी हो गई है। बिजली की आपूर्ति भी बाधित हुई है, जिससे लोग अंधेरे में रहने को मजबूर हैं।

कृषि और फसलों पर प्रभाव: भारी बारिश का असर कृषि पर भी पड़ा है। खेतों में पानी भर जाने से फसलें बर्बाद हो गई हैं। किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है और उनकी आजीविका पर संकट खड़ा हो गया है। कृषि विभाग की टीमें स्थिति का जायजा ले रही हैं और प्रभावित किसानों को सहायता प्रदान करने के उपायों पर विचार कर रही हैं।

स्वास्थ्य सेवाएँ और बीमारियों का खतरा: भारी बारिश और बाढ़ के कारण स्वास्थ्य सेवाओं पर भी असर पड़ा है। पानी जमा होने से जलजनित बीमारियों का खतरा बढ़ गया है। स्वास्थ्य विभाग ने लोगों को साफ पानी पीने और सावधानी बरतने की सलाह दी है। मेडिकल टीमों को प्रभावित क्षेत्रों में भेजा गया है ताकि बीमारियों के फैलाव को रोका जा सके।

स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया: स्थानीय लोगों ने प्रशासन से तत्काल सहायता की मांग की है। एक निवासी, तेंजिंग ने बताया, "हमारी स्थिति बहुत ही दयनीय है। घरों में पानी घुस गया है और बिजली नहीं है। हमें प्रशासन से तत्काल मदद की जरूरत है।" इसी तरह, कई अन्य लोगों ने भी अपनी समस्याएँ साझा की और सरकार से राहत की उम्मीद जताई।

मौसम विभाग की चेतावनी: मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों तक राज्य में भारी बारिश की संभावना जताई है। विभाग ने अलर्ट जारी करते हुए लोगों से सतर्क रहने और सुरक्षित स्थानों पर रहने की अपील की है। प्रशासन भी मौसम विभाग के साथ समन्वय कर स्थिति पर लगातार नजर रख रहा है और आवश्यक कदम उठा रहा है।

निष्कर्ष: अरुणाचल प्रदेश में भारी बारिश ने जीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। बाढ़ और भूस्खलन ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं और राहत कार्य में तेजी लाने की जरूरत है। प्रशासन और आपदा प्रबंधन टीमें स्थिति को नियंत्रित करने और लोगों की मदद के लिए पूरी तरह से जुटी हुई हैं। आगामी दिनों में मौसम की स्थिति में सुधार होने की उम्मीद के साथ, सभी की नजरें प्रशासनिक प्रयासों पर टिकी हैं।

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